सुखी जिवन का रहस्य  अगर आप ईस सबाल का जबाब चाहते है। तो आपको ईसे पढना चाहिये जिवन बहुत लम्बा होता अगर उसके सत्य को स्वीकार लीया जाए जिवन क्षन भर मे बित जाता है।  ईस पोस्ट को पढ कर ईसका महत्ब समझ मे आ जायगा आपको पता चलेगा कि जिवन का  अमुल्य ग्याण भी कभी कभी छोट से साघारण ईंसान से मिल जाता है। कभी कभी छोटे मुलाकात भी जिवन को बदल देता है। ग्याण होकर भी हमे कुछ पता नही चलता  सुखी जिवन का रहस्य एक महान सांत हुआ करते थे जो स्वय का आक्षम बनना चाहते थे जिसके लिय वो कई लोगो से मुलाकात करते थे एक जगह से दुसरे जगह जाना पडता था ईसी यात्रा के दोरान एक कन्या बिदुषी से हुई विदूषी ने उनका स्वागत किया और संत से कुछ समय रूक कर आराम करने का आगरा किया संत उनके मिठे बोल बिचार से रूकने का निर्नय लिया  विदुषि ने अपने हाथो का स्वादिस्ट भोजन कराया और उनके अराम करने का बेबस्ता किया खटियाँ पर दरी बिछाया और अपने जमिन पर चटाई बिछा कर शो गई विदुषी को सोते हि निंद आ गईऋ

किसी से बातचीत करने का तरीका?how to talk to someone

 किसी से बातचीत करने का तरीका?how to talk to someone?




किसी से बातचीत करने का तरीका के बारे मे हम बात करेंगे जब कोइ बड़े बुजुर्ग या कोई भी हो आप सभी को आदर के साथ बातचीत करनी चाहिए क्यो कि जब आप जीवन मे किसी भी व्यक्ति से बात करते है तो बात करते हैं तो हकीकत आपकी उसी जगह से पता चलता है कि आप स्वयं मे क्या है और दुसरी बात ऐ है आप किसी से बात करते हैं तो आप कि शिक्षा कैसी है उसी जगह से पकड़ा जाते हैं 


किसी से बातचीत करने का तरीका


किसी से बातचीत करे तो आप किसी भी व्यक्ति को आदर संस्कार संस्कृति के साथ तालमेल बिठाना चाहिए और अपने से बडे भाई.बहन, अंकल,माँ,बाप,नाना,नानी,अंटी इत्यादि के साथ अच्छे से बातचित करे आप उन्हें आप कह कर संसोघित करे किसी ब्यक्ती के साथ ऐकार मार कर कभी भी नहीं बातचीत करे 


बातचीत से क्या फर्क पडता हैं 

बातचीत से इंसान मे सुधार आता है समझ मे आता है कि स्वय मे वो कितना हसीन दिलरुबा और महानता प्राप्त करता है उसे शांति मिलती हैं देखेंगे कि CT में शामिल होकर भी वो बातचीत करना नहीं जानते कितने लोग समान मे बोलने से डरते हैं कि वो बोलने मे स्वय को घबरा न दे उन्हें बोलते मे दीक्त न हो मुस्किल जाए लजाते सरमाते है 


आप अपने आप को बदलने के लिए तैयार होकर समाज में शामिल हों कर बोलना सिखे अपने आप को स्वीकार करें और स्वयं से प्रेक्टिश करे जितनी प्रेक्टिश करेंगे उतनही आप बातचीत करने मे सुधार लाएंगे 


जब आपकी बात करने कि सैली चेंज करेगे न तो आप मे एक अलग पहचान बन जाएगी किसी से अच्छे से बात कर सकते हैं 

           आप को ऐ पढ़ कर कैसा लगा अछा लगा होगा तो please ईसे sare करे





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