एक गांव में दो भाई रहते थे ?two brothers lived in a village
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कहानी एक गाँव कि?
ये कहानी है रामपुर कि ईस गाँव में दो भाई रहते थे बडा भाई का नाम सिबलाल था और दुसरे छोटे भाई का नाम तपेशर था अपने दोनों भाई हशी खुशी से अपने गाँव में रहते थे
two brothers lived in a village
दोनों भाई किसान थे अपना खेती कर के कच्छे खाशे अनाज उगाने थे हशी खुशी अपने परीबार के साथ रहते थे आपने सुना होगा हर गाँव मे बगलगीर जरूर होते हैं इनका भी ऐसा ही था उनके बगलगीर उन दोनो भाइयों के खुशी से जलते थे
तपेशर के घर के बगल में एक बगल गीर था जिसका नाम कुटना लाल था वो घर फोडने मे ऐक्टर और तपेशर सबसे ज्यादा कुटना लाल के साथ हि रहता था एक दिन ऐसा हुआ कि कुटना लाल और तपेशर दोनों शराब पीने गए पिते पिते कुटना लाल ने तपेशर को घर फोडने का गुण मंत्र सिखा दिए
उस दिन से तपेशर ने उसी बात को लेकर सोचता था एक दिन ऐसा हुआ कि बडे भाई सिबलाल ने बोला तपेशर से तुम जाकर खेत पटा देना तपेशर ने बडे भाई से गुसे मे बोला तुम्हारा नौकर हु क्या सिबलाल ने बोला येसा क्या कह दिया मैने जो तुम मुझसे ऐसे बोल रहा है। इतना कह कर चले गए
दूसरे दिन भी वैसा ही था कुछ दिन बित गय तपेशर ने अपने भाई से बोला मुझे अलग होना हैं कुछ दिन बाद दोनों भाई अलग हो गए फीर खेत बाटने के लिए दोनों भाई गाँव में एक पंडीत रहता था उसके बोलाने गए तो पंडीत खेत बाटने के लिए आया दोनों भाई गुसे मे लड रहे थे
पंडीत ने बोला मुझे भुख लगा है पंडित को खिलाने लेकर गए दोनों भाई भी खाए तब तक दोनों भाई गुसे से सांत हो गए असल में पंडीत को भुख नहीं था दोनो भाइयों को गुसे से सांत करने के लिए बहाणा किया था दोनों भाई बोल रहे थे ऐ खेत मेरा हैं और दुसरे भाई बोल रहा है कि ऐ खेत मेरा हैं
पंडीत ने बोला कि मै खेत से हि पुछ लेता हूँ कि ऐ खेत किसका है दोनों भाई ने पंडीत से कहा खेत भि बोलता है पंडित ने बोला बिल्कुल अभी मैं पुछ के बताता हुँ। पंडीत ने कान लगाकर पूछा और दोनों भाई को कहा कि खेत ने बोला मै उसका नहीं हूँ बलकी वो दोनों मेरे है दोनों भाई ने पुछा कैसे तो पंडीत ने कहा कि खेत ने बोला मैं तो जहा हूँ वैसे ही हूँ मै ईसका कई पिढिओ को खिलाता आ रहा हूँ मैं जहा हूँ वही हूँ पंडीत कि बात सुन कर दोनों भाई भाभुक हो गए फिर से दोनों भाई वैसे ही जिंदगी बिताने लग गए
🌎हमे ईससे क्या सिख मिरती हैं दोस्तो हमे ऐ सिख मिलती है की किसी के बात पर ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए जिससे कि घर बालो को तक लीफ हो और रिसते मे कभी दरार न आए इत्यादि
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