सुखी जिवन का रहस्य  अगर आप ईस सबाल का जबाब चाहते है। तो आपको ईसे पढना चाहिये जिवन बहुत लम्बा होता अगर उसके सत्य को स्वीकार लीया जाए जिवन क्षन भर मे बित जाता है।  ईस पोस्ट को पढ कर ईसका महत्ब समझ मे आ जायगा आपको पता चलेगा कि जिवन का  अमुल्य ग्याण भी कभी कभी छोट से साघारण ईंसान से मिल जाता है। कभी कभी छोटे मुलाकात भी जिवन को बदल देता है। ग्याण होकर भी हमे कुछ पता नही चलता  सुखी जिवन का रहस्य एक महान सांत हुआ करते थे जो स्वय का आक्षम बनना चाहते थे जिसके लिय वो कई लोगो से मुलाकात करते थे एक जगह से दुसरे जगह जाना पडता था ईसी यात्रा के दोरान एक कन्या बिदुषी से हुई विदूषी ने उनका स्वागत किया और संत से कुछ समय रूक कर आराम करने का आगरा किया संत उनके मिठे बोल बिचार से रूकने का निर्नय लिया  विदुषि ने अपने हाथो का स्वादिस्ट भोजन कराया और उनके अराम करने का बेबस्ता किया खटियाँ पर दरी बिछाया और अपने जमिन पर चटाई बिछा कर शो गई विदुषी को सोते हि निंद आ गईऋ

स्वछता का महत्व या है?

स्वछता का महत्ब?importance of cleanliness





 हमारे भारत के  प्रघानमंत्री  द्वारा चलाया गया एक योजनाओं जिसका नाम। प्रघानमंत्री  स्वछत भारत योजना इस योजना के सुर्आत। ” 2 अक्टूबर, 2014 को   इस योजना के तहत हर जगह हर कोने में चलाया गया और इसके तहत सभी गांव सहर में पंचायत में toilet बनवाने का आदेश दिया गया अगर आपको अभी तक ये अस्किम का फायदा नहीं मिला है तो आप अपने बाड सदस्य से पूछे और इस अस्किम का फायदा ले अभी तक इसका उपयोग सबसे ज्यादा शहर में किया जाता है प्रधान मंत्री ने अपनी बातों और अपने कामों से स्वच्छ भारत के संदेश को लोगों का प्रयोग करके पूरे भारत और पूरी दुनिया में फैला दिया है। उन्होंने वाराणसी में भी स्वच्छता अभियान चलाया।

मोदि जी स्वच्छता अभियान 
उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन के तहत गंगा नदी के निकट अस्सी घाट पर फावड़ा चलाया। बड़ी संख्या में उनके साथ शामिल होकर स्वच्छता अभियान में उनका सहयोग दिया। 

स्वच्छता के महत्व को समझते हुए

प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इसके साथ ही साथ स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को हल करने की बात भी उठाई है। ये स्वास्थ्य समस्यायें लगभग आधे भारतीय परिवारों को घर में उचित शौचालय न होने के कारण झेलनी पड़ रही हैं।

स्वच्छता क्या है 

        अगर हम गांव की बात करते हैं तो हकीकत ये है कि गाँवों में इसका उपयोग अभी तक बहुत कम किया जाता है गाँव के लोग अलग हि होते हैं क्यो कि आज भी गाँव मे साँच बाहर हि करते हैं इसी लिए बीमारियां ज्यादातर फैला 


            हम आप से बिनती करते हैं कि आप लोग अब भी बाहर गंदगी न फैलाए के अपने घर में  toilet  साँच करे 


                  भारत स्वछत तो हम भी स्वछत

              👋    जय हिंद जय भारत🙏 

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

प्रकृतिक के तिन गूण.रजगुण.सतगुण.तमगुण?

क्या आप इसे पहचानते है। आप एक साथी है?

पैसे के लिए काम मत करो ?don't work for money