हम अपको जिंदगी की कुछ कडबा सच?
- लिंक पाएं
- ईमेल
- दूसरे ऐप
हम अपने जिंदगी में इंसान कि बहुत अहमियत देते?
हम सब को देनी भी चाहिए क्यो कि एक इंसान दुसरे इंसान कि अहमियत जानता है इंसान को अपना जीवन अपनी मरजी से जिनी चाहिए क्यो की जिंदगी बार बार नहीं मिलती इस लिए हम सब को एक दुसरे को इज्ज़त करनी चाहिए लेकिन इस जुग में इंसान इंसान से प्यार नहीं करता बलकी घन से करता है।
मरते समय
जब कोई इंसान दुनिया से बिदा होने लगता है। तो तूरंत उसके कपड़े उसका बिस्तर उसके द्वारा इस्तेमाल किया हुआ सभी समान उसी के घर से निकाल दिए जाते है पर कभी कोई उसके द्वारा कमाया गया घन दौलत उसका पैसा उसके जेवरात आदि ईन सव को क्यो छोड़ते है बलिक गले का हार सोने का अंगूठी भी खिचकर निकाल लिया जाता है इससे क्या पता चलता है कि रिश्ते किन चिजे से था लेकिन आपके द्वारा कमाया हुआ पूण्य परोपकार आपका नाम इसे कोई नहीं छीन सकता इस लिए दोस्तों
हाड जले ज्यूँ लडकी केस जले ज्यूँ घास। कंचना जैसी काया जल भई कोई ना आया पास इस लिए मित्रों ऐसा काम करो कि मरने के बाद लोग तुम्हारे घन के कारण नहीं मन के कारण नाम ले
- लिंक पाएं
- ईमेल
- दूसरे ऐप
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें
गलत comments बिल्कुल नहीं करना